Graduate Kya Hota Hai :- आज के समय में पढ़ाई लिखाई का अपना ही एक महत्व है, और वर्तमान की शिक्षा व्यवस्था के अनुसार जो व्यक्ति Graduation कर लेता है, उसे काफी ज्यादा शिक्षित माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि यह Graduate क्या है ?
यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज के लेख में हम आपको बताएँगे, कि Graduate Kya Hota Hai, Graduation कैसे करी जाती है, और Graduation के संबंध में और भी कई बातें हम आपको बताएँगे, तो चलिए शुरू करते हैं।
Graduate Kya Hota Hai
भारत में 12वीं कक्षा के बाद Graduation करी जाती है। Graduation किसी भी विषय विशेष में किया गया एक Course होता है।
ऐसे Course करने के लिए आपको सबसे पहले 12वीं कक्षा पास करनी होती है। इसके बाद में आपको विभिन्न प्रकार की branch में से कोई एक branch चुननी होती है, जैसे कि Arts, Commerce, Science.
इसके अंतर्गत आपको कोई विशेष Course चुनना होता है, जिसे आप पढ़ना चाहते है। इसके पश्चात आप जब उस विषय विशेष में महारत हासिल कर लेते हैं, और उस विषय के अंतर्गत ली जाने वाली परीक्षाओं को अच्छी तरीके से पास कर लेते हैं। उसके बाद में आपको Graduate की उपाधि मिल जाती है।
Graduation एक प्रकार से Graduate होने की प्रक्रिया होती है, और जो भी व्यक्ति किसी विशेष विषय में अपनी पढ़ाई पूरी करके Graduation की प्रक्रिया पूरी कर लेता है, वह व्यक्ति Graduate कहलाता है।
Graduate एक प्रकार की उपाधि होती हैं, जो उस व्यक्ति को दी जाती है, जिसने Graduation किया होता है।
यदि हम आपको Graduate का हिंदी में अर्थ बताएं, तो इसका मतलब स्नातक होता है, तथा Graduation की प्रक्रिया के अंतर्गत आपको 12वीं कक्षा पास करने के बाद में बैचलर डिग्री प्राप्त करने हेतु एक Course करना होता है। इसके पश्चात आपको Graduate की उपाधि मिलती है।
Graduation की समय अवधि 3 साल से लेकर 5 साल तक हो सकती है, जैसे कि BSc, B.com, B,tech, इत्यादि। यह सभी Course एक Graduation Course के उदाहरण है।
Graduation के लिए योग्यता क्या है ?
Graduation करने की योग्यताएं काफी कम है। यदि आप Graduation करना चाहते हैं तो यह जरूरी है, कि आप कम से कम में 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं। जब आप 12वीं कक्षा पास कर लेते हैं, इसके पश्चात आप किसी विशेष Subject में Graduation करने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
हालांकि नई शिक्षा नीति के अनुसार Graduation के लिए 12वीं पास करने की योग्यता हटाई जा रही है, क्योंकि Graduation करने के लिए यदि आप Graduation का Entrance Exam पास कर सकते हैं, तो आप बिना 12वीं कक्षा पास किए भी Graduation कर सकते हैं।
क्योंकि काफी बार ऐसा देखा जाता है, कि दसवीं पास बच्चे Graduation Course के Entrance Exam को पास कर लेते हैं। इसलिए Graduation की योग्यता 12वीं कक्षा पास तथा Entrance Exam को पास करना होता है।
आज के समय में भी यह देखा गया है, कि यदि कोई व्यक्ति 12वीं कक्षा पास कर लेता है, उसे फिर भी विभिन्न प्रकार के उच्च Universities में जाने के लिए उस University का Entrance Exam पास करना होता है।
यदि व्यक्ति या विद्यार्थी University का Entrance Exam पास कर लेता है, तो वह University में Graduation कर सकता है।
लेकिन इसी के साथ हमें यह भी देखने को मिलता है, कि कई विश्वविद्यालयों में Entrance Exam जैसी कोई भी व्यवस्था नहीं होती है। जो भी व्यक्ति Graduation के लिए कोई Course करना चाहता है, उसे केवल और केवल 12वीं कक्षा पास करनी होती है, और हजारों विश्वविद्यालयों में उन्हें एंट्री मिल सकती है।
Graduation कैसे करी जाती है ?
Graduation करने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है :-
- Graduation करने के लिए आपको सबसे पहले एक University में Graduation के लिए अप्लाई करना होगा।
- आप किस Subject में Graduation करना चाहते हैं, यह आप अपनी बारहवीं कक्षा के बाद चुन सकते हैं। इसके लिए आपको Arts, Commerce और Science में से किसी एक Branch का चुनाव करना है, जिसमें आप Graduation करना चाहते हो।
- इसके पश्चात आपको यह जांचना है, कि जिस विषय में आप Graduation करना चाहते हैं, इस विषय के लिए क्या संबंधित University कोई Entrance Exam आयोजित करती है या नहीं।
- यदि University, Entrance Exam के द्वारा ही Admission लेती है, तो आपको भी Entrance Exam पास करना होगा।
- यदि University बिना Entrance Exam के Admission लेती है, तो आप बिना Entrance Exam के सीधे Fees भर कर के Admission की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
- इसके पश्चात आपको यह चुनना है, कि आपको कौन सा Graduation Course करना है। Graduation Course विभिन्न प्रकार के Bachelor Course होते हैं, और अलग अलग प्रकार के होते हैं, जिनके बारे में हमने आपको नीचे सटीक जानकारी दी है।
- एक विशेष Course चुनकर कर के आपको अपनी Graduation की प्रक्रिया शुरु कर देनी है।
- Graduation की प्रक्रिया 3 साल से 5 साल तक चल सकती है।
- Graduation की पूरी प्रक्रिया के दौरान आपको विभिन्न प्रकार के Semester Exam भी पास करने होंगे और सभी में आपको अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
- इसके बाद में जब आपकी Graduation की समय अवधि पूरी हो जाएगी तब आपको अंतिम परीक्षा दे करके अपनी Graduation की डिग्री हासिल कर लेनी है।
- यह Graduation की डिग्री बैचलर डिग्री कहलाती है।
- बैचलर डिग्री मिलते ही आपकी Graduation की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और आप एक Graduate बन जाएंगे।
- इस प्रकार आपका Graduate बन सकते हैं और अपनी Graduation की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
Graduation और Post Graduation कैसे अलग है ?
ऊपर हमने Graduate Kya Hota Hai के बारे में जाना , अब हम Graduation और Post Graduation कैसे अलग है ? के बारे में जानते हैं।
Graduation और Post Graduation बहुत ही अलग अलग प्रकार की उपलब्धिया होती है। ग्रेजुएशन के लिए बैचलर डिग्री का Course करना होता है, जबकि Post Graduation एक मास्टर डिग्री का Course होता है।
उदाहरण के लिए, हम इस प्रकार समझ सकते हैं, कि यदि आप B.tech करना चाहते हैं, यानी कि Engineering में बैचलर डिग्री प्राप्त करना चाहते हैं, और आप ऐसा कर लेते हैं, तो आप Engineering में Graduate व्यक्ति कहलाएंगे।
जबकि यदि आप M.Tech की डिग्री प्राप्त करते हैं और Engineering में Masters की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं, तब आप Engineering में Post Graduate व्यक्ति कहलाएंगे।
अब आप समझ चुके होंगे, कि Graduation और Post Graduation में क्या अंतर है।
Graduation के Course कौन–कौन से हैं ?
Graduation के लिए विभिन्न प्रकार के Course उपलब्ध हैं।
आमतौर पर वे सभी Courses जिन में आप बैचलर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं, वे सभी Course Graduation के Course होते हैं। जैसे कि :-
- Bachelor of Arts, Bachelor of Science,
- Bachelor of Medicines, Bachelor of Management,
- Bachelor of Business, Bachelor of Business Administration,
- Bachelor of Science in Business, Bachelor of Criminal Justice,
- Bachelor of Divinity, Bachelor of Education,
- Bachelor of Science in Engineering, Bachelor of science in Aerospace Eng.
- Bachelor of Science in Agricultural Engineering,
- Bachelor of Science in Biological Systems, Bachelor of Science in Biosystems and Agricultural Engineering,
- Bachelor of Science in Biological Engineering, Bachelor of Biomedical Engineering,
- Bachelor of Science in Biomedical Engineering, Bachelor of Science in Chemical Engineering,
- Bachelor of Science in Chemical and Biomolecular Engineering, Bachelor of Science in Chemical and Materials Engineering, Bachelor of Civil Engineering,
- Bachelor of Science in Civil Engineering, Bachelor of Science in Civil and Infrastructure Engineering,
- Bachelor of Science in Electrical and Computer Engineering, Bachelor of Electrical Engineering, Bachelor of Science in Electrical Engineering
- Bachelor of Fiber Engineering, Bachelor of Science in Industrial Engineering, Bachelor of Science in Manufacturing Engineering,
- Bachelor of Science in Manufacturing Systems Engineering, Bachelor of Science in Materials Science and Engineering,
- Bachelor of Science in Materials Engineering, Bachelor of Mechanical Engineering,
- Bachelor of Commerce & Bachelor of Computer Application & Bachelor of Arts with Bachelor of Law, Bachelor of Design,
- Bachelor of Architecture, Bachelor of Technology,
- Bachelor of Computer Science & in Fine Arts,
- Bachelor of Engineering, Bachelor of Hotel & Management,
- Bachelor of Dental Surgery इत्यादि।
इन सब के आलावा भी काफी सारे बैचलर डिग्री के कोर्स है जो भारत समेत पूरे विश्व में करवाए जाते है.
Graduation के क्या फायदे है ?
ऊपर हमने Graduate Kya Hota Hai के बारे में जाना , अब हम Graduation के क्या फायदे है ? के बारे में जानते हैं।
आज के समय यदि आप Graduate हो जाते हैं, या Graduation कर लेते हैं, तो आपके कैरियर के लिए विभिन्न प्रकार के दरवाज़े खुल जाते हैं। आपको Graduation करने के बहुत सारे लाभ मिलते हैं, जैसे कि :-
- एक Graduate व्यक्ति के पास में नौकरियाँ पाने के बहुत सारे Chances होते हैं।
- यदि आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री है, तो आपके पास में बहुत सारी नौकरियों के अवसर भी है।
- इसके अलावा यदि आप Graduation कर लेते हैं, तो किसी न किसी Subject में आपका ज्ञान कई गुना बढ़ जाता है, जो कहीं ना कहीं काम आता ही है।
- Graduation करने से आपको यह भी पता चल जाता है, कि आप किस प्रकार एक नौकर ना बन कर के खुद का व्यवसाय कर सकते हैं।
- आप विद्यालयों / विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए टीचर की योग्यता भी प्राप्त कर लेते हैं।
- न केवल प्राइवेट, बल्कि सरकारी क्षेत्र में भी आपके लिए विभिन्न प्रकार नौकरियों के अवसर खुल जाते हैं।