हनुमान जयंती 2023: जय हनुमान, ज्ञान के प्रतीक, गुणों के सम्माननीय, कपिसेना के प्रभु, जिनकी महिमा तिनों लोकों में प्रस्तुत है। वे अतुलनीय बल के धाम, अंजनी के पुत्र, पवनसुत नाम से प्रसिद्ध हैं। हनुमान चालीसा के चौपाइयों से मन को शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा का पाठ करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। हनुमान जयंती हनुमान भक्तों के लिए एक विशेष पर्व है।
पंचांग के अनुसार, चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष, चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 27 अप्रैल को पड़ रही है। इस दिन को हनुमान जी के जन्मदिन के रूप में मनाने की परंपरा है। हनुमान जयंती का दिन हनुमान जी के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष महत्व रखता है। इसलिए इस दिन पूरे देश में धार्मिक आयोजन आयोजित किए जाते हैं।
हनुमान जी को बजरंगबली और संकटमोचन भी कहा जाता है। हनुमान जी की पूजा करने से आने वाले संकटों का निवारण होता है। मान्यता है कि हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के पाठ से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
धन और व्यापार से जुड़े समस्याओं को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय करें
हनुमान जयंती के दिन धन और व्यापार से संबंधित आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। हनुमान जयंती के दिन शुभ मुहूर्त में हनुमान जी के लिए चमेली के तेल का दीपक जलाएं, साथ ही इस दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। हनुमान जी को चोला चढ़ाने से वे विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं।
हनुमान जयंती पर बनने वाला शुभ योग
हनुमान जयंती का शुभ अवसर शुभ योग का निर्माण करता है। इसलिए हनुमान पूजा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। पंचांग के अनुसार हनुमान जयंती के दिन सिद्धि योग और व्यतिपात योग बन रहे हैं। साथ ही, सिद्धि योग 27 अप्रैल को शाम 08:03 बजकर 3 मिनट तक बना रहेगा।
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, हनुमान जयंती के शुभ मुहूर्त 26 अप्रैल की दोपहर 12:44 मिनट से पूर्णिमा की तिथि के प्रारम्भ से 27 अप्रैल रात्रि 9:01 मिनट तक चलेगा।