कछुआ क्या खाता है ?

Kachua Kya Khata Hai :- हमारी पृथ्वी पर अलग-अलग प्रकार के जीव रहते हैं। कुछ जीव इतने ज्यादा नये है, कि सिर्फ कुछ सौ साल पहले ही पैदा हुए हैं, तथा कुछ इतने पुराने जीव है, कि करोड़ों साल से पृथ्वी पर है और अभी भी रह रहे हैं।

यदि हम सबसे पुरानी जीव की बात करें, तो उनमें से कछुए का नाम सबसे पहले आता है। क्या आप जानते हैं, कि कछुए कहां पाए जाते हैं, और कछुआ क्या खाता है ?

यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज के लेख में हम आपको बताएँगे, कि Kachua Kya Khata Hai, कहां रहता है, और कछुआ से जुड़े कुछ रोचक तथ्य के बारे में भी बात करेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।

कछुए कहां पाए जाते हैं ? OR Kachua Kya Khata Hai

कछुए पृथ्वी पर प्राचीनतम जीवन में से एक माने जाते हैं। ऐसा कहा जाता है, कि तकरीबन 15 करोड़ वर्ष पूर्व कछुए पैदा हुए थे। कछुए मूल रूप से ऐसे स्थानों पर पाए जाते हैं, जहां पर पानी अधिक होता है।

कछुए कभी भी सूखे स्थानों पर नहीं पाए जाते हैं। यदि हम भारत की ही बात करें, तो समुद्री तटों पर, नदियों के मुहानों पर, तथा कीचड़ जैसी जगहों पर हमें कछुए अक्सर देखने को मिलते हैं।

ओडीशा में भी कछुए बहुत बड़ी संख्या में मिलते हैं। आज के समय बंगाल, तमिलनाडु, केरला, ओडीशा, बिहार, मिज़ोरम, असम, मेघालय, इन सभी स्थानों पर कछुए बहुत बड़ी तादाद में पाए जाते हैं।

इनके अलावा, समुद्री तटों पर भी कछुए बहुत अधिक संख्या में मिलते हैं, और एशिया में, दक्षिणी-पूर्वी अमेरिका में, कछुए की सैकड़ों प्रजाति पाई जाती है।

कछुए की बनावट

कछुए का शरीर एक मजबूत कवच से ढका हुआ होता है, जो उसी के शरीर का हिस्सा भी होता है। यह उसकी पसलियों का हिस्सा होता है, जो रीढ़ की हड्डी से जुड़ा होता है।

इसी के साथ कछुए को अंधेरे में रहना सबसे अधिक पसंद है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है, कि वे उजाले में नहीं घूम सकते। कछुए समुद्र तल में भी पाए जा सकते हैं, और सामान्य तौर पर भूमि पर भी विचरण करते हुए नजर आते हैं।

कछुआ क्या खाता है ? | Kachua Kya Khata Hai

कछुए मूल रूप से तीन प्रकार के होते हैं :-

  • वह कछुए जो शाकाहारी खाना खाते हैं।
  • वह कछुए जो शाकाहारी और मांसाहारी खाना खाते हैं।
  • वे कछुए जो समुद्री छोटी मछलियों को तथा समुद्री घास खाते हैं।

कछुओं को हम इन तीन प्रकार के वर्गों में बांट सकते हैं।

अब हम जानते हैं, कि कछुए क्या क्या खा सकते हैं :-

कछुए अपनी शारीरिक कुशलता और अपने वातावरण के अनुसार खाते हैं। इसलिए कछुए मकई के दाने, गाजर, चुकंदर, मटर के दाने, बरबटी के दाने, सेम यह सब कुछ खा सकते हैं।

इसके अलावा सलाद के पत्ते, पालक के पत्ते, साग, और गाजर के पत्ते, कलमी का साग, इसके अलावा अंगूर, खरबूजा, लाश, एवं टमाटर, स्ट्रॉबेरी, तरबूज, खीरा यह सब कुछ एक कछुआ खा सकता है।

इन सबके अलावा मांसाहारी कछुए जो कि शाकाहारी और मांसाहारी दोनों होते हैं, वे झिंगुर, केंचुआ, उबले हुए अंडे, कीड़ा, घोंघा, पतिंगा यह कुछ खा सकते हैं।

पालतू कछुआ कितने प्रकार के होते हैं ?

पूरे विश्व में कछुए की 300 से ज्यादा प्रजातियां मिलती है, तथा उनमें से ज्यादातर को आप पालतू कछुए के रूप में अपने घर पर पाल सकते हैं। लेकिन फिर भी हमने आपको नीचे कुछ पालतू कछुओं के नाम बताए हैं, जिन्हें आप अपने घर पर पाल सकते हैं।

उन कछुओं के नाम कुछ इस प्रकार है :-

  1. Red Eared Slider Turtle
  2. African Side-neck Turtle
  3. Eastern Box Turtle
  4. Western Painted Turtle
  5. Mississippi Map Turtle
  6. Common Musk Turtle
  7. Spotted Turtle
  8. Yellow Bellied Turtle
  9. Reeve Turtle
  10. Wood Turtle, Etc

यह सारे कछुए पालतू बनकर रह सकते हैं, और आपके घर को और अधिक आकर्षण तथा पॉजिटिव एनर्जी से भर सकते हैं।

कछुआ क्या नहीं खाता ?

बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो नहीं खाते हैं, जैसे कि दूध, दही, ब्रैड, पनीर, तथा ज्यादा प्रोटीन की चीजें, अधिक गर्म चीजें, ज्यादा ठंडी चीजें , सड़ा हुआ मांस यह सब कुछ एक कछुआ नहीं खा सकता है।

कछुए से जुड़े कुछ रोचक तथ्य | Some Fact About Turtle

ऊपर हमने Kachua Kya Khata Hai के बारे में जाना , अब हम Some Fact About Turtle के बारे में जानते हैं।

कछुए से जुड़े हुए बहुत से ऐसे तथ्य हैं, जो आपके होश उड़ा सकते हैं, जैसे कि :-

  • क्या आपको पता है, कि कछुए का अस्तित्व आज से तकरीबन 15 करोड़ साल पहले धरती पर पाया गया था ? यानि कि आज जो हम कछुए देख रहे हैं, वे सभी 15 करोड़ साल पुराने कछुओं के वंशज हैं।
  • कई बार कछुए अपने जबड़े से इतने जोर से काटते हैं, कि वह इंसान की हड्डियाँ तक काट सकते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि कछुए के पास दाँत नहीं होते।
  • कछुआ बहुत ही धीरे चलता है, लेकिन फिर भी वह अधिकतम 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है।
  • हर वर्ष 23 मई को कछुआ दिवस मनाया जाता है, ताकि विलुप्ती की कगार पर आए हुए कछुआ के प्राण बचाए जा सके।
  • भारत समेत पूरे विश्व में लोग कछुआ को अन्य पालतू जानवरों की तरह घर में पालते हैं। एक कछुए की न्यूनतम आयु 50 वर्ष, औसतन आयु 150 वर्ष, तथा अधिकतम आयु 600 वर्ष होती है।
  • यदि किसी कछुए पर 200 किलो की कोई चीज गिर जाए, तो भी कछुए का खोल टूट नहीं सकता है।
  • कछुए पृथ्वी पर आज के समय विश्व की सबसे प्राचीनतम जीवों की प्रजातियों में से एक है।
  • आज तक का जो सबसे भारी कछुआ पाया गया है, उसका वजन 1000 पाउंड है, और उसकी लंबाई 8 फीट तथा ऊंचाई 4 फीट तक थी।
  • एक कछुए का कवच उसके पसलियों का ही हिस्सा होता है।
  • कछुए सामान्य पशुओं की तरह जोर-जोर से चिल्ला सकते हैं।
  • कछुए के पूरे जीवन में केवल एक बार दाँत आते है, और वह दाँत जन्म के 1 घंटे बाद ही टूट जाते है।
  • कछुए क्या खा सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है, कि कछुए कहां रहते हैं।
  • कछुए जेलीफिश में खा सकते हैं।
  • कछुए मांसाहारी, शाकाहारी, और सर्वाहारी हो सकते हैं।
  • ठंडे स्थानों पर जहां बर्फ पड़ती है, वहां पर बसने वाले कछुए ठंडे खून के होते हैं। यानी कि जब ठंड अधिक पड़ती है और कछुए का खून जम जाता है, तब वह कछुआ मरता नहीं है, बल्कि अपने ह्रदय की गति को बहुत ही धीमा कर देता है, और जब वापस से गर्मी आनी शुरू होती है और बर्फ पिघल जाती है, तब वह अपने ह्रदय की गति को तेज कर देता है।

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